Trading क्या होता है ट्रेडिंग कितने parkar ki होती है
Trading क्या होता है
trading का हिंदी में अर्थ होता है व्यापार
सिंपल शब्दों में:
मुनाफा कमाने के लिए किसी वस्तु को खरीदने और बेचने की प्रक्रिया को ट्रेडिंग कहते हैं
शेयर मार्केट में हम कम दाम में शेयर को खरीद कर अधिक दाम में शेयर को बेच कर लाभ कमा लेते हैं इसी को ट्रेडिंग बोलते हैं
आजकल ट्रेडिंग हर व्यापार में होती है चाहे वह ऑनलाइन हो या ऑफलाइन
आइए ऑनलाइन और ऑफलाइन ट्रेडिंग का एक एक एग्जांपल देखते हैं
Onlline ट्रेडिंग का Example:
किसी कंपनी के शेयर को कम दाम में खरीद कर अधिक दाम में बेचकर प्रॉफिट कमाना
Offline ट्रेडिंग का Example:
कपड़ों के बिजनेस में होलसेलर कपड़ों को कम दाम में खरीदकर कस्टमर से अधिक दाम में बेच देता है और अपना प्रॉफिट कमा लेता है
सब्जी मंडी में सब्जी वाला कम दाम में सब्जी खरीद कर लाता है और अधिक दामों में बेचकर अपना प्रॉफिट कमाता है इसे ऑफलाइन ट्रेडिंग कहते हैं
जैसे ऑफलाइन ट्रेडिंग में सब्जी मंडी, कपड़ो का बिजनेस और कई प्रकार के बिजनेस में ट्रेड किया जाता है उसी प्रकार ऑनलाइन ट्रेडिंग में ट्रेड करने के लिए कई मार्केट होते हैं
Example:
Currency market
Cryptocurrency market
Stock market
Commodities
आइए इनको बारी-बारी करके समझते हैं
Currency market:
Currency market💲में आप अमेरिका के करेंसी,इंडिया की करेंसी, रसिया के करेंसी में ट्रेड कर सकते हैं
example: rupees, dollar, pound
Cryptocurrency market:
इस मार्केट में आप Cryptocurrency में Trade कर सकते हैं
example: Bitcoin, etherium, cardano, solana इत्यादि
Stock market:
इस मार्केट में आप किसी कंपनी के शेयर में Trade करते हैं
Example: Google, Apple, Facebook, Microsoft, Alibaba आदि
Commodities Market:
इस मार्केट में आप सोना, चांदी, सिल्वर आदि में ट्रेड करते हैं
ट्रेडिंग कितने प्रकार के होते हैं
ट्रेडिंग मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं
1. Shorterm Trading
2. Longterm trading
Short-term trading: शॉर्टटर्म trading 1 मिनट 1 घंटे 1 दिन से लेकर एक हफ्ते तक किया जाता है
Short-term ट्रेडिंग के अंतर्गत intraday trading, swing trading and option trading आता है
Longterm trading: लॉन्ग टर्म ट्रेंडिंग 1 week se लेकर 1 साल के बीच में किया जाता है
Longterm trading के अंतर्गत delivery and position trading आता है
इनमें से तीन ट्रेडिंग सबसे ज्यादा पॉपुलर है
1. intraday
2. Swing trading
3. Option trading
1. इंट्रा डे ट्रेडिंग (Intraday trading) : एक ही दिन में की जाने वाले ट्रेंडिंग को intraday trading कहते है इसमें आपको शेयर को एक ही दिन में buy और sell करना होता है
intraday trading me अगर आप शेयर को buy करके उसी दिन nhi बेचते तो आप का ब्रोकर sell kar देता है और कुछ फीस भी काट लेता है इसलिए आपको शेयर को उसे दिन ही सही समय पर बेच देना चाहिए
Indian में stock market ka समय 9:15am se 3:30pm तक होता है intraday में इसी समय के बीच आपको शेयर को buy और sell करना होता है
अगर आप intraday trading करना चाहते है तो आपको चार्ट पैटर्न को समझना बहोत जरूरी है आपको यहां जानना होता है की चार्ट में अगली कैंडल कोन सी बनाने वाली है
Intraday में trading 1 मिनट 5मिनट 15 मिनट टाइम फ्रेम में की जाती है
intraday trading में आपको technical analysis की जरूरत पड़ती है इसमें आपको कम्पनी पर रिसर्च करना जरूरी नहीं होता है
Intraday trading करने के लिए आपको चार्ट पैटर्न , sopport, रसिस्टेंट, stop लॉस, मूविंग एवरेज और कई अन्य एडिगेटर , trading setup की अवयसकता होती है
Intraday trading ट्रेडर high वाल्यूम वाले शेयर में Trade करते है intraday trading में आपको किसी fundamental मजबूत शेयर ढूढने की जरूरत nhi hoti है आप किसी खराब घटिया फंडामेटल वाले स्टॉक में ट्रेड कर सकते है पर वो स्टॉक हाई वाल्यूम वाला स्टॉक होना चाहिए ।
Intraday trading में हाई रिस्क हाई reward trading में आता है इसको कराने के लिए stop loss, ट्रेडिंग साइकोलॉजि, इंट्राडे ट्रेडिंग स्ट्रेटजी पर काम करते रहना चाहिए
2. स्विंग ट्रेडिंग (Swing trading):स्विंग ट्रेडिंग एक विपुल ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी है जो एक व्यापक समय अवधि के लिए शेयर, फ्यूचर्स, मुद्रा या कमोडिटी में निवेश करने के लिए उपयोग की जाती है।
सिंपल लाइन में:
कुछ दिनों से लेकर कुछ हफ्तों तक की जाने वाले ट्रेडिंग को स्विंग ट्रेडिंग कहते है
स्विंग ट्रेडिंग का लक्ष्य अपने निवेश के लिए एक अच्छा रिटर्न प्राप्त करना होता है जिसमें कम समय और ज्यादा रिस्क का उपयोग किया जाता है। स्विंग ट्रेडर उन स्थानों पर बिक्री करते हैं जहाँ वे एक अच्छा लाभ प्राप्त कर सकते हैं और वहाँ खरीदते हैं जहाँ वे कम कीमत पर खरीद सकते हैं। इस तरह की ट्रेडिंग में, निवेशकों को निवेश करने से पहले अच्छी तरह से रिसर्च करना चाहिए ताकि उन्हें सही स्थानों पर खरीदना और बेचना पता चल सके।
स्विंग trading में support and resistance बहुत ही महत्वपूर्ण होते है इसी के हेल्प से ट्रेडर फ्रॉफिट कमाते है
बहुत सारे स्टोर ऐसे हैं जो सपोर्ट एंड रेसिस्टेंस के बीच ही ट्रेड करते रहते है और इसी के बीच ट्रेडर अपना पोजीशन बनाकर बहुत पैसा बनाते हैं
स्विंग ट्रेडिंग इंट्राडे ट्रेडिंग की अपेक्षा कम रिस्की होता है
स्विंग ट्रेडिंग में फंडामेंटल स्टेबल कंपनी को चुनना चाहिए क्योंकि आप 1घंटे 1 दिन में नहीं कुछ दिनों में प्रॉफिट कमाने वाले हैं
कुछ लोग स्विंग ट्रेडिंग में ब्रेक आउट एंड ब्रेक इवन होने पर अच्छा प्रॉफिट कमाते हैं किसी स्टॉक में ब्रेक आउट होने का मतलब उसने अपन पिछला सपोर्ट and रेसिस्टेंस तोड़ दिया है मतलब वो पिछले प्राइस से ऊपर या नीचे चला गया है
Good
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